Garhwal Himalay ka Gazetteer by H G Walton
₹550.00 ₹500.00
गढ़वाल हिमालय का गजेटियर वाल्टन ने एटकिंसन के ‘ हिमालयन गजेटियर ’ से करी बढाई दशक बाद लिखा है, यह अंग्रेजी में बीसवीं शाताब्दी के शुरु में छपा था, इसमें उत्तराखण्ड की कृषि, पर्यावरण, संचार व अन्य पहलुओं पर चर्चा तो है ही, खासबात यह है कि इसमें टिहरी रियासत की व्यापक चर्चा है जबकि उनके पूर्ववर्तियों ने इस क्षेत्र का कम जिक्र किया था।
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कुमाऊँ की लोकगाथाएँ. उत्तराखंड के प्रतिष्ठित लोक लेखक डॉ. प्रयाग जोशी की नवीनतम पुस्तक है। पुस्तक में गाथाओं के मूल पाठ के साथ ही हिन्दी रूपान्तर भी दिया गया है। इस पुस्तक में 5 अध्याय हैं। जिनमें हुड़किया बौल, रमौल, जागर वार्ता, गारुड़ी और मालूसाही को स्थान दिया गया है। हुड़किया बौल में मैदुवासोंन, वैसभाई गैड़ा, रणजीत-दलजीत, अजुबा बफौल, रमौल में दूध कंवल, हिमान्त जातरा, बरमी कंवल, सूरज कंवल, जागर वार्ता में कलबिष्ट, गंगनाथ, विविध में मालूसाही और गारुड़ी में गुरू गोरखनाथ की रखाली को शामिल किया गया है। पुस्तक में हमारी गाथा शीर्षक से श्री जोशी ने लोकगाथाओं पर दस पृष्ठ का एक संग्रहणीय आलेख लिखा है।
गढ़वाल हिमालय में लोकजीवन से जुड़े सभी अवसरों पर गाए जाने वाले मांगलों को इस पुस्तक में संकलित किया गया है। जन्म से लेकर विवाह तक और विवाह के बाद आजीवन होने वाले सभी संस्कारों से जुड़े गीत आपको इस पुस्तक में मिल जाएंगे। यह मांगल गीतों के संकलन की एक जरूरी किताब है।
Author : Shanti Prakash ‘Jigyasu’
Language : Hindi & Garhwali (Uttarakhand Local Language)
Hardcover : 110 Pages
Reading age : 18 years and up
Country of Origin : India
This Gazetteer is useful for readers interested in the history of British Almora District.
Author : आई.सी.एस H. G. Walton, I.C.S. एच. जी. वाल्टन
Language : Old English
Hardcover : 334 Pages
Reading age : 15 years and up
Country of Origin : India
NAINITAL A GAZETTEER नैनीताल अ गजेटियर
Author : H. R. NEVILL
Language : English
Hardcover : 376 Pages
Reading age : 15 years and up
Country of Origin : India
Best Sellers Rank : #369,868 in Books
“गढ़वाल का इतिहास” गढ़वाल का पूर्ण इतिहास समेटे इस पुस्तक में गढ़वाल के समाज, साहित्य और संस्कृति का विस्तार से वर्णन है | गढ़वाल की जातियां, वंश, गढ़ और शासक को विशेष रूप से बताया गया है | प्रथम संस्करण से अब तक के लम्बे अन्तराल के दौरान गढ़वाल के इतिहास में जो नई खोजे प्रकाश में आई हैं उनका समावेश भी इस पुस्तक में किया गया है। डॉ० यशवन्त सिंह कठोच ने बड़े परिशम पूर्वक इस पुस्तक का संपादन ही नहीं किया, अपितु उसमें संशोधन कर इस पुस्तक को और आद्यतन बना दिया है। अतः प्रतियोगिता की दृष्टि से यह पुस्तक बहुत लाभ करी है।
चन्द्रकुंवर बर्त्वाल सम्पूर्ण काव्य साहित्य हिमवन्त के कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल की सम्पूर्ण उपलब्ध काव्य कृतियों का संकलन है। इस वृहद काव्य संग्रह में चन्द्रकुंवर बर्त्वाल की कुल 8 पुस्तकें और उपलब्ध अन्य मुक्ताएं प्रकाशित हैं। संग्रह में बर्त्वाल की हिमवंत का एक कवि, नंदिनी, गीत माधवी, जीतू, कंकड पत्थर, विराट ज्योति, पयस्विनी, काफल पाक्कू पुस्तकें संकलित हैं। चन्द्रकुंवर बर्त्वाल के विषय में ग्रंथ के संपादक डॉ. योगम्बर सिंह बर्त्वाल ने लिखा है – भविष्य में चन्द्रकुंवर बर्त्वाल रचित काव्य व साहित्य की प्रासंगिकता बढ़ेती और कवि की रचनाओं का ठीक-ठीक मूल्यांकन हो सकेगा।
Author : Dr. Yogambar Singh Bartwal
Language : Hindi
Hardcover : 546 Pages
Reading age : 15 years and up
Country of Origin : India
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