घुमक्कड़ प्रवृत्ति के साहित्यकार नीरज नैथानी एक शिक्षक हैं। आपका यात्रा वृत्तांत हिमालय से हिमालय तक चर्चित रहा है। थाईलैण्ड से लौटकर पुस्तक को एक यात्रा वृत्तांत कहने के साथ ही थाईलैण्ड की प्रकृति, पर्यावरण, पारिस्थितिकी, शहरीकरण, आर्थिकी, जनजीवन, प्रौद्योगिकी व कला-संस्कृति की जानकारी देने वाली एक पुस्तक भी कहा जा सकता है। रंगीन चित्रों से सजी यह पुस्तक पाठकों को थाईलैण्ड के द्वीपों, समुद्रतटों से लेकर आंतरिक भागों की यात्रा कराती है।
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